पुलिस भी हुई हाई टेक, रख रहे हैं निगरानी, अवैध गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे- ASP सुनीता रावत
सीहोर/बाबा खबरीलाल
आज जैसे ही रॉयल चैलेंजर बेंगलूर और कलकत्ता नाइट राइडर्स के बीच मैच शुरू हुआ वैसे ही क्रिकेट की दुनियां के महाकुंभ आईपीएल पर सटोरियों ने भी सीहोर जिले के गलियारों में हाईटेक मैदान पर भी ‘धमाकेदार’ बल्लेबाजी शुर कर दी है जहां अब प्रतिदिन करोड़ो रुपए के दांव लगाए जाएंगे ! आपको बता देवे की क्रिकेट के इस महाकुंभ में जहाँ टीमें मैदान में जीत के लिए होगी, वहीं सटोरिए गेंद-बल्ले नहीं, बल्कि युवाओं की कमाई पर निशाना साधने को तैयार है हैरानी की बात यह है कि पुलिस इस अवैध जुआ सट्टा कारोबार के खिलाफ कार्यवाही के बजाय लंबे समय से थर्ड अंपायर की भूमिका निभा रही है
विश्वशनीय सूत्रों के मुताबिक हाईटेक होते इस सट्टेबाजी के खेल में सट्टेबाजों के पास खास मोबाइल नंबरों का जाल है, जिन पर मैच का हर अपडेट टीवी, मोबाइल प्रसारण से 40 सेकंड पहले पहुँच जाता है। इस सुपरफास्ट स्कोर के दम पर बड़े सटोरिए लाखों रुपए की बाजी लगाते हैं।
हर गेंद पर लगता है दांव
सट्टेबाजों के मुताबिक मैच को चार हिस्सों में बाँटकर होता है सट्टा! सट्टे का यह खेल कोई कैजुअल गेम नहीं है। पूरी प्लानिंग के साथ मैच को चार हिस्सों में बाँटा जाता है जिसमें पहले 10 ओवर के रन, अगले 10 ओवर के रन, पावर प्ले में विकेट और आखिरी गेंद तक का ‘थ्रिलर’। यहाँ तक कि हर बॉल और हार जीत पर सट्टा लगता है! नजदीकी मुकाबलों के आखिरी ओवरों में तो सटोरिए ऑल इन कर देते हैं।
पुलिस का सूचना तंत्र हुआ कमजोर, या फिर दर्शक दीर्घा में?
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सट्टेबाजी का यह कारोबार बेखौफ चल रहा है सीहोर सहित आष्टा के अन्य इलाकों में बड़े सटोरिए खुलेआम सक्रिय हैं, लेकिन थाने के रिकॉर्ड में यह गेम लंबे समय से गायब है! या कहे पुलिस का सूचना तंत्र पूरी तरह कमजोर साबित हो रहा है या पुलिस दर्शक दीर्घा में रहकर मैचों का आनंद ले रही है और इसका उदाहरण बाकायदा 20-20 वर्ल्ड कप हो या चैंपियंस ट्रॉफी में आप देख सकते हैं जहां बीते साल भर से क्रिकेट में सट्टेबाजी तो खुलकर हुई लेकिन पुलिस कार्यवाही देखने को कहीं भी नहीं मिली! देखा जाय तो पुलिस की अंतिम कार्यवाही मार्च 2024 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के नेतृत्व में आष्टा में देखने को मिली थी । जहां से वर्तमान एसडीओपी आकाश अमलकर ने 2 आरोपियों को पकड़ कर इनसे 2 लैपटॉप 10 मोबाइल जब्त किए थे!
लेकिन इसके बाद सालभर बीतने को है आष्टा सहित सीहोर जिले में कही भी क्रिकेट सट्टे पर कार्यवाही देखने को नहीं मिली है
सूत्र बताते हैं कि नए सिम कार्ड और शहर के बाहर बैठे पंटर इस कारोबार को सिक्योर बना रहे हैं। आपको बता दें कि पूरे जिले में सबसे ज्यादा आईपीएल सट्टे का कारोबार आष्टा शहर मे होता है एक तरह से यह क्रिकेट सट्टे का मिनी हब बना हुआ है जहां चार पांच जाबांज खिलाड़ी महंगी कीमत में इस खेल में बिकते हैं ऐसे में इन चार पांच जाबांज खिलाड़ियों की महंगी कीमत का खामियाजा युवा वर्ग को भुगतना पड़ता है और इस अवैध कारोबार का सबसे बड़ा शिकार युवा वर्ग बन रहा है। सटोरिए इन्हें तत्काल अमीर बनने के सपने दिखाकर उनकी मेहनत की कमाई को हवा कर रहे हैं। ऐसे में लंबे समय से पुलिस की चुप्पी भी ग्रीन सिग्नल देते हुए नजर आती है नागरिकों को कहना है की जब तक बड़ी मछली नहीं फँसेंगी, यह खेल थमने वाला नहीं
अब सवाल उठता है कि क्या हर बार की तरह इस बार भी पुलिस मैच फिक्स करेगी या फिर इन जाबांज खिलाड़ियों को क्लीन बोल्ड ?
डिजिटल दौर में क्रिकेट सट्टा भी हाईटेक हुआ
सटोरियों ने हाईटेक जमाने में खुद को भी हाईटेक कर लिया है। अब फोन पर कॉल या मैसेज के बजाय ज्यादातर बुकिंग वाट्सएप या अन्य इंटरनेट मीडिया साइट्स से ले रहे हैं। सट्टा खिलाने के लिए हाईटेक मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे सीधे-सीधे बुकिंग हो जाती है। दांव जीतने पर पेमेंट की जानकारी भी इसी तरह से दी जा रही है। ऑनलाइन पेमेंट भी आसानी से कर सकते हैं।
ऐसी होती है सटोरियों की फूल तैयारी
आईपीएल महाकुंभ में करोड़ों रुपए दांव पर लगाए जाते हैं और बुकियों के लिए एक तरह से सीजन होता है जिसमें करोड़ों रुपए की कमाई आसानी से और बहुत कम समय में हो जाती है इसलिए यह बुकी शहर के बाहर अलग-अलग फॉर्म हाउस में अपना ठिकाना बनाते हैं तो पुराने सभी नंबर बंद कर देते है जिससे इनकी लोकेशन आसानी से न मिल पाए! वही होटलो में भी दूसरों के नाम से रूम बुक किए जाते है। वही आईडी पासवर्ड और लेन बाई लेन होता है सट्टा व्यापार । अन्य शहरों में बैठे यह बुकी यह अपने एजेंट को अपनी लाइनें देते हैं और ये लाइनें अपनी विशेष आईडी पासवर्ड से खुलती हैं। इसी के साथ-साथ नए तरीकों में ये बुकी एप और विशेष वेबसाइटों द्वारा भी इस कारोबार को संचालित करते है।
बदला तरीका अब चलती कार में खिलाने का ट्रेंड
पिछले एक-दो सीजन से सटोरियों ने नया तरीका अपनाया है। अब वे एक जगह बैठकर सट्टा नहीं खिलाते हैं। इसके लिए वे चलती कार में या फिर शहर के बाहर किसी खेत पर या क्षेत्र के बाहर किसी होटल और फार्म हाउस में भी बैठकर यह सारा खेल चलाते है।
IPL में सत्ता रोकना पुलिस कप्तान दीपक शुक्ला के लिए चुनौती
15 सितम्बर 2024 से बतौर सीहोर पुलिस कप्तान की बागडोर संभाल रहे आईपीएस अफसर दीपक शुक्ला के लिए सीहोर जिले में आईपीएल सट्टा रोकना एक बड़ी चुनौती नजर आ रही है क्योंकि 5 माह का समय बीत चुका है इस बीच चैंपियंस ट्रॉफी में क्रिकेट सट्टे पर लगाम देखने को नहीं मिली ! लिहाजा सीहोर एसपी के रूप में पदभार संभालते ही दीपक शुक्ला ने सट्टे, जुए पर पूरी तरह से रोक लगाने की बात तो कही थी लेकिन तेजतर्रार सीहोर पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला के अब तक के खाते में एक भी क्रिकेट सट्टा पकड़ने की कोई उपलब्धि नहीं है!
वही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत ने भी कुछ दिनों पूर्व ही पदभार ग्रहण किया है ऐसे में उम्मीद की जा रही है सीहोर की इस पाटा पिच पर पुलिस के दोनों नए गेंदबाज आईपीएल महाकुंभ में इन सटोरियों को को पकड़ कर क्लीन बोल्ड करने में सफल हो पाते है या नहीं..!
खेर इसके लिए सीहोर पुलिस के यह दोनों कप्तान,उपकप्तान सीहोर सहित आष्टा के जाबांज क्रिकेट खिलाड़ियों की कुंडली खंगालने में जुटे है!
पुलिस भी हाई टेक, रख रहे हैं निगरानी, अवैध गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं – ASP सुनीता रावत
इधर सीहोर पुलिस की उपकप्तान लेडी सिंघम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत हमारे प्रतिनिधि कमल पांचाल से कहा की यदि आईपीएल में सट्टा लगाने वाले बुकी हाई टेक तरीके अपना रहे हैं तो पुलिस भी हाई टेक संसाधनों से लैश है और सायबर यूनिट से खाईवाल सटोरियों की कुंडली तैयार की जा रही है। पुलिस की सट्टेबाजों पर कड़ी नजर है पुलिस भी इस खेल पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। और इस तरह की अवैध गतिविधियों को सीहोर जिले में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिले में जहां से भी इस तरह की शिकायत मिलेगी पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी और जल्द आप लोगों को परिणाम देखने को मिलेगे!
गौरतलब है कि पूर्व में सीहोर पुलिस ने सट्टेबाजी के इस खेल के कई मामलों का भंडाफोड़ करते हुए कईयों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। इस बार भी पुलिस सट्टेबाजी का खेल रोकने को लेकर सतर्क है।
ऐसे में अब यह देखना रोचक होगा कि क्रिकेट सटोरियों और पुलिस टीम का यह मैच कौन जीतने में सफल होता है..?