आष्टा/कमल पांचाल
मध्यप्रदेश के बाहर मुंबई से आए एक नटवरलाल ठेकेदार ने शहर के कई व्यापारियों की सामग्री का पैसा न देकर 10 लाख रुपए से ज्यादा की चपत लगा दी है और अब इन व्यापारियों ने आष्टा पुलिस की शरण ली है और सभी ने आष्टा पुलिस को शिकायती आवेदन देकर ठेकेदार से पैसे दिलवाने की गुहार लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है वही अब आष्टा पुलिस इन आवेदनों की जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रही है। गौरतलब है कि शहर में कई बड़े बड़े रहवासी भवनों और व्यापारिक भवनों का निर्माण बड़े स्तर पर चल रहा है वही इन निर्माण कार्यों को कार्य इनके मालिकों ने मुंबई से आए एक ठेकेदार को दिया था लेकिन ठेकेदार पहले तो ठीक ठाक कार्य करता रहा लेकिन बाद में नटवरलाल की तर्ज पर बीच में ही कार्य छोड़कर निकल गया!
वही अब इस ठेकेदार को निर्माण सम्बन्धित सामग्री उपलब्ध कराने वाले शहर के व्यापारियों ने इस नटवर लाल की करतूत से अवगत कराया है और अपने रुपए दिलवाने की मांग की है!
चार व्यापारियों ने दिए पुलिस को आवेदन,10 लाख से ज्यादा का मामला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आष्टा थाने में मुंबई के कोयना नगर पंच बावड़ी गोरे गांव निवासी रंजीत सिंह पिता गंगासिंह के खिलाफ चार आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें आमिर खान ने 306500 रुपए का आवेदन तो चेतन सिंह ठाकुर ने 4 ,31750 रुपए का आवेदन दिया है और मालीपुरा निवासी रवि मेवाड़ा ने 2 47500 रुपए का आवेदन पुलिस को दिया है वही एक ओर अन्य व्यापारी लक्ष्य देशलहरा ने 75000 हजार का आवेदन पुलिस को दिया है जिसमें इन व्यापारियों ने पुलिस को बताया कि निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली सामग्री पेंट, मुरम गिट्टी, चूरी, सीमेंट और पानी उपलब्ध कराया था ।
और यह सामग्री उपलब्ध कराने के बावजूद ठेकेदार ने तय समय में पैसे नहीं दिया! वही अब इन व्यापारियों ने ठेकेदार रंजीत सिंह अपने रुपए दिलवाने की मांग की है
उल्टा चोर कोतवाल डांटे की तर्ज पर ठेकेदार, कलेक्ट्रेट में दिया झूठा आवेदन
इधर ठेकेदार उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कहावत के तर्ज पर शहर के व्यापारियों के रुपए देने की बजाय ठेकेदार सीहोर कलेक्ट्रेट पहुंच कर शहर के ही नामी गिरामी प्रतिष्ठित व्यवसाई के खिलाफ झूठा आवेदन देकर पैसे की मांग कर अपनी जान का खतरा बता रहा है जबकि उक्त ठेकेदार ने जिस व्यवसाई के खिलाफ कलेक्ट्रेट में आवेदन दिया है उसका उल्टा ठेकेदार से रूपए लेना है बल्कि ठेकेदार ही बीच में कार्य छोड़कर भाग गया।जिसके बाद उक्त निर्माण कार्य के लिए अन्य ठेकेदार को कार्य देना पड़ा ।वही अब यह व्यवसाई इस झूठे आवेदन देने वाले ठेकेदार के खिलाफ सख्त रुख अपना कर न्यायालय में पहुंच गए हैं और ठेकेदार पर कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।
खेर अब आष्टा पुलिस चारों आवेदन की बारीकी से जांच कर रही है और दोषी पाए जाने पर ठोस कार्यवाही कर सकती है वही न्यायालय में प्रायवेट दावा लगा कर व्यवसाई भी इस नटवरलाल को सबक सिखाने की ठान चुके हैं