बेबस,लाचार कृषि विभाग और अन्य अधिकारियों की उदासीनता से मंडी में किसानों को मिल रहा है मनमाने दामों पर अप्रमाणित बीज
आष्टा/कमल पांचाल
बंद करने आए थे तवायफों के कोठे मगर,सिक्कों की खनक देखकर, खुद ही मुजरा कर बैठे यह शब्द बाण आपको थोड़े कड़वे और अमर्यादित लग रहे लेकिन यह हकीकत है और आष्टा के जिम्मेदार अधिकारियों पर सटीक बैठते हैं और यह भी हम नहीं कह रहे हैं शहर का बुद्धिजीवी वर्ग चौक चौराहों पर चर्चा कर रहा है की कैसे आंखों के सामने सब कुछ जिम्मेदार विभागीय अधिकारी देखकर भी अनदेखा कर रहे, कैसे कोई भी जिम्मेदार सरकारी विभाग इतना निकम्मा और नाकारा बन सकता है
खेर यह सब हकीकत में पिछले दो ढाई साल से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंदीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में हो रहा है जहां प्रदेश की ए ग्रेड की आष्टा कृषि ऊपज मंडी में भोले भाले किसानों को बिना लाइसेंस के अप्रमाणित बीज मनमाने दामों पर बेचे जा रहे हैं और आलम ऐसा है की केंदीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में ही कृषि विभाग और अन्य जिम्मेदार अधिकारी सिक्को की खनक के आगे ऐसे आंखे मूंदे बैठे हैं की सबकुछ देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं जिस पर अब आष्टा कांग्रेस मंडी में किसानों को मिल रहे मनमाने दामों पर अप्रमाणित बीजों पर मध्यप्रदेश की डॉक्टर मोहन सरकार और केंदीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए नजर आ रही है जहां बीते दिनों ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र शोभाखेड़ी ने वीडियो जारी कर मंडी में हो रहे प्रमाणित सोयाबीन बीज के गोरख धंधे पर सरकार पर निशाना साधा था तो वहीं अब कांग्रेस के सीनियर लीडर हरपाल सिंह ठाकुर ने एक्स ट्यूटर पर पोस्ट कर केंदीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरा है इस दौरान कांग्रेस नेता हरपाल सिंह ठाकुर ने सीहोर जिले के कृषि विभाग पर सवाल खड़े किए हैं कांग्रेस नेता ने अपनी एक्स पोस्ट पर लिखा है मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी और शिवराज सिंह चौहान जी पूरे सीहोर जिले के साथ आष्टा कृषि
उपज में किसानों को प्रामाणिक बीज मनमाने दाम पर किस आधार पर बेचा जा रहा है जबकि किसी के पास वैध रूप से बीज बेचने का अधिकार नहीं है तो किसानों के साथ यह लूट किसके संरक्षण में की जा रही है किसानों ने यह बीज लेकर फसल की बुवाई की है बीज खराब निकला तो उसका जिम्मेदार कौन होगा..?
लिहाजा कांग्रेस लीडर की इस पोस्ट से बवाल मचना लाजमी है लेकिन यह देखना लाजमी होगा कि कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले का निकम्मा कृषि विभाग कब तक किसानों के साथ लुट होते देखता रहता है इस मामले पर जब हमने कृषि विभाग आष्टा के बहादुर सिंह मेवाडा जी को 6,7 बार कॉल किया तो उन्होंने उठाया नहीं, फिर शाम को रिटर्न फोन कर मिलने की बात करते हैं वही जब हमने कृषि विभाग सीहोर के जिम्मेदार अधिकारी कमल पांडे जी कॉल किया तो पहले उन्होंने मंडी समिति की जिम्मेदारी है यह कह कर पल्ला झाड़ लिया है वही जब उनसे पूछा गया कि कृषि ऊपज मंडी में सोयाबीन बेचने के लायसेंस या अधिकार कितने व्यापारी के पास है और कैसे कृषि उपज मंडी में किसानों को किस मापदंड से अप्रमाणित बीज बेचा जा रहा है तो इन साहब की आवाज बंद हो गई और फोन काट दिया!