आष्टा के मंडी कर्मचारी का आष्टा सीहोर के बीच टैक्सी में गिर गया था पर्स
आष्टा। ईमानदारी आज भी कायम है इसका जीता जागता उदाहरण आज आष्टा में देखने को मिला सीहोर आष्टा चलने वाली टैक्सी में आष्टा के सोनी परिवार का पर्स गिर गया था जिसे टैक्सी चालक ने रुपयों से भरा पर्स लौटा कर ईमानदारी का परिचय दिया।
बता दे की आष्टा से सीहोर चलने वाली टैक्सी क्रमांक mp 48 t 0425 सुबह 7 बजे आष्टा से सीहोर के लिए निकली थी जिसमें आष्टा के मंडी कर्मचारी दिनेश सोनी सीहोर के लिए बैठे थे वह सीहोर में उतर गए लेकिन जब बाद में पर्स देखा तो घबरा गए क्योंकि जब में पर्स नहीं था उसमें कीमती कागजात और पैसे रखे थे जब पर्स नहीं मिला आष्टा पहुंचे इसी दौरान टैक्सी चालक गुलाब परमार ने जब सारी सवारियां सीहोर में उतर गई तब उन्होंने टैक्सी में देखा तो वह सीट के नीचे पर्स पड़ा हुआ था उन्होंने आष्टा जाकर जानकारी निकाली पता पड़ा कि सोनी परिवार का पर्स है गुलाब परमार ने सभी की मौजूदगी में रुपयों से भरा पर्स आनंदी लाल सोनी,दिनेश सोनी को दिया सभी ने गुलाब परमार को ईमानदारी के लिए धन्यवाद दिया।
ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है
शहर के आनंदीलाल सोनी ने बताया कि मेरा भतीजा दिनेश सोनी आज आष्टा से सीहोर के लिए टैक्सी में बैठा था और इस दौरान पर्स गिर गया था ईमानदारी आज भी जिंदा है इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला जो इस जमाने में₹100 गिर जाए तो नहीं बताएं लेकिन टैक्सी चालक गुलाब परमार ने ना 8600 पैसे में रखे हुए लौटाए साथ ही उसमें कीमती का कागजात रखे थे वहां भी लौटाये है। टैक्सी चालक गुलाब परमार ने बस स्टैंड पर पहुंचकर माजिद भाई, आनंदीलाल सोनी सभी की मौजूदगी में दिनेश सोनी को 8600 से भरा हुआ पर्स लौटाया साथ ही उसमें जो कागजात रहे रखे थे वहां भी दिए।

मैंने पर्स खोलने से मना कर दिया
टैक्सी चालक गुलाब परमार ने बताया कि जैसे ही में सीहोर बस स्टैंड पहुंच और 17 सवारी जो बैठी थी वह उतरी तो पूरी गाड़ी खाली हो गई थी उसके बाद जब सीट के नीचे देखा तो पर्स पड़ा हुआ था मैंने सूचना कर आष्टा में 8600 से भरा कागजात समेत पर्स लौटाया और यहां मेरा धर्म भी था।