राहुल गांधी के दौरे के बाद सीहोर कांग्रेस में बदलाव की सुगबुगाहट,प्रदेश में जिला अध्यक्षों को लेकर पार्टी ने मंथन करना शुरू कर किया
सीहोर/कमल पांचाल
मध्यप्रदेश में बीते करीब 20 वर्षों से सत्ता से बाहर कांग्रेस अब बदलाव के रास्ते आगे बढ़कर वापसी करना चाह रही है। आपको बता दें कि 3 जून को राहुल गांधी भोपाल आए थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी। और इस अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस में परिवर्तन की बड़ी बात कही थी। लिहाजा अब पार्टी का शीर्ष नेतृत्व प्रदेश के तमाम जिलों में युवा नेताओं को मौका देकर जिला अध्यक्ष पदों पर ताजपोशी करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के कई जिलों में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की रवानगी तय मानी जा रही है और इनमें से प्रदेश की राजधानी भोपाल का सबसे नजदीकी सीहोर जिला भी शामिल है जो कांग्रेस के लिए अभेद किले के समान है जहां सीहोर जिले की चार विधानसभाओ में से इछावर विधानसभा को छोड़ देवे तो तीनों आष्टा, सीहोर, बुधनी विधानसभा में बीते 20 वर्षों से कांग्रेस अपना विधायक नहीं बना पाई है जिससे 2028 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रदेश कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत सीहोर में भी वर्तमान जिलाअध्यक्ष राजीव गुजराती की जगह किसी अन्य नए चेहरे को मौका मिल सकता है लेकिन राजीव गुजराती के लिए प्लस पॉइंट यह है उन्हें नियुक्त हुए महज 15 माह हुए हैं और कांग्रेस में जिला अध्यक्ष का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है ऐसे में राजीव गुजराती कमबैक भी कर सकते हैं
जिलाअध्यक्ष के लिए मंथन शुरू, संगठन ने बनाई ये गाइडलाइन
कांग्रेस पार्टी ने अभी से 2028 के विधानसभा चुनाव के लिए संगठन मजबूत करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी जिलों में बनाए जाने वाले जिला अध्यक्ष को लेकर अब मंथन शुरू हो गया है। पार्टी इनकी उम्र को लेकर विचार कर रही है। कांग्रेस पार्टी प्रदेश में युवा जिला अध्यक्षों को चुनने पर विचार कर रही है, जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक नहीं हो। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 165 ऑब्जर्वर्स को नियुक्ति की है। जिसमें सीहोर जिले में AICC ऑब्जर्वर्स श्री वेल्ला प्रसाद को तो वही पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा के साथ जय श्री हरिकिशन, पवन पटेल को PCC ने आब्जर्वर नियुक्त किया है
बताया जा रहा है कि नई रणनीति के तहत जिला अध्यक्ष के लिए 6 नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। इस पैनल में 35 साल से 45 साल के बीच की उम्र के नेता ही शामिल हो पाएंगे। इससे कम और ज्यादा उम्र के नेताओं को स्थान नहीं मिलेगा। हालांकि कहीं पर कोई सशक्त व्यक्ति और विचारधारा से जुड़े हुए सीनियर का नाम सामने आएगा तो उस पर विचार किया जा सकता है। वही पार्टी में कम से कम पांच साल पुरानी सक्रिय सदस्यता रखने वाले को जिला अध्यक्ष की दौड़ में रखा जाएगा।
वही जाति, समाज को भी अध्यक्ष के चयन के लिए आधार बनाया जाएगा। जहां पर जिस समाज के लोगों की संख्या वोटर्स ज्यादा हैं उन्हें तवज्जो दिया जाएगा। वही एससी, एसटी, अल्पसंख्यक कोटे का भी ख्याल रखने पर ध्यान दे सकता है संगठन।
सीहोर में नए जिला अध्यक्ष की सुगबुगाहट तेज हुई, राजीव के इलावा ये भी रेस में



मध्यप्रदेश में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के अंतर्गत प्रदेश में नियुक्त जिला पर्यवेक्षकों द्वारा बैठकों का दौर जारी है इसी कड़ी में सीहोर जिले के लिए नियुक्त केंदीय पर्यवेक्षक श्री वेल्ला प्रसाद और स्टेट पर्यवेक्षक पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र नहाटा,जयश्री हरिकिशन और श्री पवन पटेल सात दिनों के लिए सीहोर जिले के दौरे पर रहेंगे और इस दौरान यह केंदीय और स्टेट पर्यवेक्षक कांग्रेस पार्टी के कार्यकताओं से चर्चा कर जमीनी पड़ताल कर नब्ज टटोलने का प्रयास करेंगे! ऐसे में कांग्रेस पार्टी के नियुक्त पर्यवेक्षक के दौरे से पहले कांग्रेस में जिला अध्यक्ष की सुगबुगाहट तेज हो गई है ऐसे में सीहोर जिला अध्यक्ष की रेस में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के करीबी वर्तमान जिला अध्यक्ष राजीव गुजराती, सीहोर कांग्रेस के कद्दावर नेता में शुमार इछावर के पूर्व विधायक प्रदेश प्रवक्ता शैलेन्द्र पटेल, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के करीबी और सीहोर जिले की राजनीति में प्रभावशाली नेताओं में शामिल युवा कांग्रेस नेता पूर्व AICC सदस्य हरपाल सिंह ठाकुर,इछावर के सक्रिय और तेजतर्रार कांग्रेस नेता ब्रजेश पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नजदीकी रखने वाले सीहोर के पूर्व पार्षद पवन राठौर, भारत यात्री और जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र उइके तो अल्पसंख्यक कोटे से दोराहा ब्लॉक अध्यक्ष कलीम पठान और पूर्व जिला पंचायत सदस्य, पूर्व पीसीसी सचिव जफरलाल का नाम प्रमुख रूप से सीहोर जिला अध्यक्ष की रेस में शामिल हैं अब देखना यह है की वर्तमान जिला अध्यक्ष राजीव गुजराती की पुनः वापसी होती है या इन नामों में से किसी एक नाम पर मोहर लगती है या फिर कोई नए चेहरे को तरजीह मिलती है फिलहाल यह समय की गर्त में है लेकिन कांग्रेस में बदलाव के संकेत से सीहोर जिला अध्यक्ष के तमाम दावेदार सक्रिय हो गए हैं और कार्यकर्ताओं को साधने में लगे हैं




