अलसुबह निकलते हैं सैकड़ों स्कूली बच्चे, बीमार होने की रहती हैं आशंका
वार्डो,मोहल्लों का कचरा एकत्रित कर कचरा हड्डियां में डाला जाता है लेकिन अब यह कचरा हड्डियां ही परेशानी और बीमारी का कारण बन रही है
आष्टा/कमल पांचाल
नगर पालिका द्वारा लगातार नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नागरिकों को जागरूक किया जाता है तो वहीं दूसरी और नगर पालिका स्वयं भी स्वच्छता अभियान के तहत शहर को सुंदर बनाने की जद्दोजहद में लाखों रुपए फूंक देती है लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद परिणाम जस के तस नजर आते हैं हालत ऐसे है कि शहर के तमाम वार्डो, मोहल्लों का कचरा एकत्रित कर जिन कचरा हड्डियां पर जमा किया जाता है अब वहीं कचरा हड्डियां स्थानीय रहवासियों के लिए परेशानी और बीमारी का सबब बन रही है तो वहीं दूसरी इन कचरा हड्डियां के चलते नगर की सूरत भी बिगड़ रही है
कचरा हड्डियां बनी बीमारी का घर, लावारिश पशुओं का लगा रहता है डेरा
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को इन दिनों शहर की कचरा हड्डियां मुंह चिढ़ाते हुए नजर आ रही हैं आपको बता दें की नगर के मुख्य मार्गो पर बनी इन कचरा हड्डियां पर लगे कचरे के ढेरों से जहां स्थानीय निवासियों को बदबू, गंदगी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो वहीं इन कचरा हड्डियां की गंदगी से इन्हें कई तरह की बीमारियों से भी जूझना पड़ रहा है तो वहीं आवारा, लावारिस पशुओं का भी यह जमावड़ा लग रहता है जिसके चलते अब स्थानीय लोग इन कचरा हड्डियां को हटाने की मांग कर रहे हैं
नगर की सुंदरता हो रही प्रभावित, छोटे बच्चे हो रहे बीमारी के शिकार

आपको बता दें कि नगर की अधिकांश कचरा हड्डियां प्रमुख चौराहों और मार्गों पर बनी है जिससे जहां शहर की सुंदरता तो प्रभावित हो रही है वही इन कचरा हड्डियों की गंदगी, बदबू से यह से आवाजाही या स्थानीय रहवासी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं जगह-जगह लगे हुए कचरे के ढेर शहर की सुंदरता को प्रभावित कर रहे हैं। आपको बता देवे कि सबसे ज्यादा गंदगी वार्ड 17 अंतर्गत पुष्प स्कूल के पीछे वाले मुख्य मार्ग पर बनी कचरा हड्डी से हो रही है और सबसे बड़ी खास बात यह है कि इस मार्ग पर संचालित होने वाले दो बड़े प्रायवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी यही से होकर गुजरते हैं जिसके चलते इनके स्वास्थ पर विपरीत प्रभाव पड़ना लाजमी है वही इस कचरा हड्डी के पास रह रहे रहवासी भी यह फैली गंदगी से भी बहुत परेशान है वही कुछ ऐसे ही हालत वार्ड 8 के काजीपुरा के भी यह बनी कचरा हड्डी भी स्थानीय लोगों के मुसीबत के साथ बीमारी का सबब बन रही है लिहाजा समय से यहां की कायदे से सफाई नहीं हो रही है। ऐसे में सड़क किनारे के वार्डों में गंदगी से बीमारियां पनपने की आशंका बढ़ती जा रही है। शहर में इन कचरा हड्डियों के कारण लगे गंदगी के ढेरों के कारण लोगों का जीना दूभर होग गया है, जिन दुकानों व घरों के पास गंदगी के ढेर लगे हुए हैं उनको हर समय बदबू के कारण नर्क भरी जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ा रहा है। सुबह के समय जब लोग सैर करने के लिए निकलते हैं तो उनको शुद्ध हवा की जगह बदबू का सामना करना पड़ता है।
प्रतिदिन अलसुबह निकलते हैं स्कूली बच्चे,बीमारियां फैलने का डर
शहर के दो निजी स्कूल पुष्प हायर सेकंडरी स्कूल और एंजल पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चे रोज प्रतिदिन अलसुबह अपने माता पिता के साथ जब इन कूड़ों के ढेरों के पास से निकलते हैं तो वे भी प्रदूषित हवा का शिकार हो जाते हैं। वही रोज मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोग भी काफी परेशान होते हैं लेकिन नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों का इन समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं है जिसके कारण लोगों को अपनी समस्याओं के लिए फेसबुक, सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ता है