दो माह पुराना मामला, मासूम बच्चा की हालत अब भी नाजुक
आष्टा/कमल पांचाल
दो माह पूर्व 8 वर्षीय मासूम बच्चे को मकान मालिक के पूरे परिवार द्वारा बेहरमी पूर्वक पिटाई करने का मामला सामने आया था वही उक्त मामले में मासूम बच्चे के साथ मारपीट करने वाले परिवार पर ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय मेवाड़ा राजपूत समाज में आक्रोश देखने को मिला! और रविवार को बड़ी संख्या में मेवाड़ा राजपूत समाज के सदस्य आष्टा थाने पहुंचे जहां थाना प्रभारी गिरीश दुबे से मुलाकात कर मासूम बच्चे से बर्बरता पूर्वक मारपीट करने वाले परिवार पर कठोर कार्रवाई की मांग उठाई!
इस दौरान थाना प्रभारी गिरीश दुबे ने मेवाड़ा राजपूत समाजजनों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया!
मामूली बात पर बच्चे को कमरे में बंद कर पीटा था पूरे परिवार ने
जानकारी अनुसार आष्टा के ग्राम समरदा निवासी निशा बाई पति प्रेमसिंह जाति मेवाडा ने दो माह पूर्व आष्टा थाने में शिकायत दर्ज कराई कथी की आष्टा की बजरंग कॉलोनी में मीना माहेश्वरी के मकान में किराए से रहते हैं और घर पर ही सिलाई का काम करती हूं मेरे पति प्रेमसिंह प्रायवेट कंपनी में काम करते है मेरे दो लड़के है बड़ा लड़का नैतिक मेवाडा उम्र 14 साल एवं छोटा लड़का मंयक मेवाडा उम्र 8 साल है मेरे छोटे लड़के मंयक और हमारी मकान मालकिन मीना महेश्वरी की नातिन शानवी उम्र 3 साल खेलते खेलते आपस में झगड लिये थे जिनका विवाद वही पर समाप्त हो गया था ।बाद में दिनांक 28 मई की शाम करीबन 05.30 बजे की बात मेरा बड़ा लड़का नैतिक कोचिंग चला गया या मैं एवं मेरा छोटा लड़का मंयक घर पर थे। मैं बाथरूम में गयी थी तो मुझे अचानक मेरे छोटे लड़के मयक की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो मैं दौडकर बाथरूम से आई। मेरे लडके मंयक को हमारी मकान मालकिन मीना महेश्वरी का लड़का रितिक महेश्वरी एवं उनकी लड़की खुशबु कमरे में अंदर ले गये तथा अंदर ले जाकर उनके घर का दरवाजा बंद कर लिया। फिर उन्होने अंदर ले जाकर मेरे बच्चे के साथ खूब मारपीट करी तो मुझे मेरे बच्चे के रोने व चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। मैने गेट खोलने के लिये दरवाजा खटखटाया तो उन्होंने गेट नहीं खोला फिर मैं आशिष की दादी को बुलाकर लाई तो उन्होने आकर दरवाजा खुलवाकर मेरे लड़के मंयक को कमरे से बाहर निकाला ।
लात, भूसे, मुक्के से की बर्बरता पूर्वक मारपीट, गंभीर चोटे आई
फरियादी ने बताया की कमरे के अंदर मकान मालिक का पूरा परिवार रितिक महेश्वरी एवं खुशबू माहेश्वरी के इलावा मीना माहेश्वरी एवं आशिष जाजपुरिया भी मौजूद थे। फिर मैंने देखा तो मेरे लड़के मयंक को मारपीट की वजह से पेट, सिर में पीछे तरफ, मुह, बाथरुम करने की जगह, आंत के पास एवं शरीर में जगह जगह चोटे आई। मेरे लड़के मंयक ने मुझे बताया था कि की झगडे की बात पर रितिक, खुशबू एवं मकान वाली आंटी ने मेरे साथ उनके घर के अंदर दरवाजा बंद करके लात थप्पड मुक्कों से मारपीट करी है और मेरे सिर पकडकर दीवार से टकरा दिया है।
चार अस्पतालों में कराया ईलाज, अभी भी जीवन मरण के बीच बनी स्थिति
मकान मालिक के परिवार की बर्बरता पूर्वक मारपीट का शिकार मासूम बच्चे का इलाज चार अलग अलग शहरों आष्टा, सीहोर, भोपाल सहित इंदौर के अस्पतालों में कराया। इसके बावजूद बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई है फरियादी ने बताया की मेरे लड़के मंयक को अधिक चोट व दर्द होने से उपचार के लिये सबसे पहले सिविल अस्पताल आष्टा लेकर गयी थी जहां से मेरे लड़के का प्राथमिक ईलाज के बाद जिला अस्पताल सीहोर रेफर कर दिया फिर यह से मेरे लड़के को भोपाल रेफर करने पर मैक्सकेयर अस्पताल भोपाल लेकर गयी जहा मेरा लड़का मंयक एक दिन भर्ती रहा उसी दौरान मैने मेरे पति को फोन करके घटना के बारे में पूरी जानकारी बता दी थी। फिर दिनांक 29.05.2025 को मयंक के स्वास्थ में सुधार नहीं होने से उसको ईलाज के लिये जूपिटर अस्पताल इंदौर में भर्ती कराया तथा वही से मैने घटना के संबंध में पूरी जानकारी मेरे भाई पवन मेवाडा को बताई थी मेरे लड़के को वहा पर उपचार कराया!
