सीहोर/ कमल पांचाल
सकारात्मक राजनीति से पहचान बनाकर सीहोर विधानसभा के तीन बार विधायक बने BJP विधायक सुदेश राय का गाली गलौज करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वो संस्कार, राजनीति से लेकर नैतिक मर्यादाओं को भी लांघते हुए मां ….की गाली खुलेआम सार्वजनिक रूप से बकते हुए नजर आ रहे हैं लिहाजा ऐसे में सीहोर सहित मध्यप्रदेश की सियासत गर्मा गई है और कांग्रेस पार्टी के तमाम दिग्गज नेता सुदेश राय की बदजुबानी पर हमलावर नजर आ रहे हैं जहां प्रदेश प्रवक्ता पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने भी बीजेपी विधायक सुदेश राय की भी इस गाली गलौज की निंदा की थी तो वहीं अब सीहोर विधानसभा से चार बार विधायक रह चुके पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने भी सुदेश राय को नसीहत का पाठ पढ़ाते हुए एक वीडियो जारी किया है।
अपने अधिकारिक सोशल एकाउंट से जारी वीडियो में पूर्व विधायक रमेश सक्सेना सीहोर के बीजेपी विधायक सुदेश राय को नसीहत देते हुए कह रहे हैं की जिस तरह से सुदेश राय ने महिलाओं के सामने सार्वजनिक रूप से मां की गाली दी है ऐसा सीहोर के इतिहास में आज तक नहीं हुआ है यह सीहोर के लिए काला दिवस है और इस कृत्य की निंदा करता हूं और यह संवैधानिक पद की गरिमा नहीं गई है यह दो लाख मतदाताओं के मन पर कुठाराघात हुआ है वही पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने आगे बीजेपी विधायक सुदेश राय के परिवार की तारीफ करते हुए कहा की जिस परिवार से सुदेश राय आते हैं उस परिवार की भी अच्छी पृष्ठभूमि रही है जिससे इनके परिवार की पृष्ठभूमि पर भी आघात पहुंचा है इस परिवार से 50 सालों से जुड़ा हु, मत भेद रहे हैं मन भेद कभी नहीं रहे ,चारो भाई मेरी बड़े भाई की तरह इज्जत करते हैं इसलिए बड़े भाई की हैसियत से में विधायक को कहता हु की अपने आप को संयमित करें, दूर दृष्टि से सोचे और व्यवहार में परिवर्तन लाए।
ताकि गर्व से कहे कि हमारा जनप्रतिनिधि कैसा हो..?
गौरतलब है कि सीहोर जिला मुख्यालय स्थित कांग्रेस कार्यालय के सामने भाजपा महिला मोर्चा द्वारा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का पुतला जलाया जा रहा था जहां इन भाजपा और कांग्रेस नेताओं की झड़प हो गई। राजनीतिक मर्यादाओं को तार तार कर खुलेआम मां, बहन की गालियां दी गई ।
खेर पूरे मामले पर सीहोर विधायक सुदेश राय की इस तरह मर्यादाओं, संस्कारों को लांघकर की गई बजुबानी के लिए जिले सहित प्रदेश भर में किरकिरी हो रही है खेर देखना यह है की अब यह मामला कितना आगे बढ़ता है या विधायक सुदेश राय स्वयं आगे आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर सकारात्मक राजनीतिक संदेश देकर मामला खत्म करते हैं या फिर सत्ता के मद में अपने कार्यकर्ताओं को भी इस घटना से यही प्रेरणा देंगे..?









